बचपन

थोड़ी सी शैतानी थोड़ी सी मस्तीमिल जाती थी खुशियां भी सस्तीमां की पप्पी ,पापा का दुलार, भाई बहन की झप्पी और दादा-दादी का प्यारबस इतना ही था हमारा खुशियों का संसारक्योंकि  वो बचपन था मेरे […]

मां

मां ,मां तू बड़ी प्यारी हैतेरी याद इस अकेलेपन में छोटी सी एक क्यारी है ,मां तू बड़ी प्यारी है बचपन की याद आती है तो तेरे साथ ही आती हैतेरा काम बिगाड़ने में सबसे […]

तुम कोशिश करते जाना ।

कोशिश करें लाख ये दुनियातुम रुकना नहीं तुम झुकना नहींतुम कोशिश करते जानादिखा देना उन्हें किउनके रोकने की ताकत से ज्यादाताकत है तुम्हारे उड़ जाने की बातें बनाएंगे लोग हजाररुलाएंगे तुम्हें बार-बारतुम हौसला टूटने मत […]

याद

हम आज हैं कल नहींकल सिर्फ बातें रह जाएंगी वो हमें यह कहकर याद करेंगे किबात बात पर हंसा करती थीमुस्कुराने की आदत सी थी उसेइसलिए हम सब के दिल में बसा करती थी । […]

पसंद नहीं

नाम लेते तो है पर कुछ देर के लिएहमारा जिक्र शायद उन्हें पसंद नहीं । जवाब आता नहीं गर पूछ ले खै़रियत उनकीशायद हमारी फिक्र उन्हें पसंद नहीं । मिलते तो है पर कुछ देर […]

वक्त

क्या वक्त है क्या दौर आया हैक्या वक्त है क्या दौर आया हैसांसे खरीदी बेची जा रही हैलाशें कंधों पर नहीं रस्सी से खींची जा रहे हैं आज हर दरवाज़ा बंद है हर गली सूनी […]

नसीब

नसीबों से मिलता है ऐसा ससुराल जहां सबसे बोलने की आज़ादी हैतो क्या हुआ अगर तुम्हारी तारीफ नहीं की जाती है माना किया होगा तुमने दिल से हर कामकोई ना कोई तो ज़रूर मिला होगा […]

एक नन्ही सी परी

एक रोज़ वो मेरी गोद में आईमुझे देखा और मुस्कुराईखुशी से मेरी आंख भर आई और ये बात मैंने अपने परिवार अपने दोस्तों को सबको बताईकि मेरी बाहों में एक नन्ही सी परी आई वो […]

ख़त्म होता जाएगा तू सोचेगा जितना

सोचोगे जितना उतना ही खत्म होते जाओगेवो बात जो ज़हन से निकलती नहीं तुम्हारेउसे जितना कुरेदोगेउतने ही ज़ख्म करते जाओगे बात वो कुछ शब्दों का जाल हैसोच कर जिसे तू हुआ इतना बेहाल हैवो बात […]

खुदगर्ज़ी नहीं

ख़ुद के बारे में सोचना खुदगर्ज़ी नहीं होतीकभी-कभी सबकी हां मे ,मेरी मर्जी नहीं होती जो मुझे पसंद है ,उसी में रहना मंज़ूर हैअपने दिल की बात भी मुझे सुनना ज़रूर है हां अच्छा लगता […]