ख़त्म होता जाएगा तू सोचेगा जितना
सोचोगे जितना उतना ही खत्म होते जाओगेवो बात जो ज़हन से निकलती नहीं तुम्हारेउसे जितना कुरेदोगेउतने ही ज़ख्म करते जाओगे बात वो कुछ शब्दों का जाल हैसोच कर जिसे तू हुआ इतना बेहाल हैवो बात […]
सोचोगे जितना उतना ही खत्म होते जाओगेवो बात जो ज़हन से निकलती नहीं तुम्हारेउसे जितना कुरेदोगेउतने ही ज़ख्म करते जाओगे बात वो कुछ शब्दों का जाल हैसोच कर जिसे तू हुआ इतना बेहाल हैवो बात […]